मेरी डायरी के अवशेष
मेरे
ओंठों को खबर नही
दिल
में गम हजार रहते है...
तुमने
देखा है बस हँसतें हुए चेहरे को
आंख तो
नाम बेहिसाब रहते है..!!!!
कदम
लडखडा ही जाते
जब आप
याद आते है..,
हम
चलते है खुद को सम्हाल कर
वो तो
बस जब आप साथ रहते थे...!!!
मयखाने
में गूंजते है अल्फाज सबके
मदहोश
रहकर भी तेरा नाम कहते है..!!
फिर से
पिला दो नजरों से आज तुम
साखी
पिलाये प्याली से तो हम बदनाम होते है..!!!
MY TWITTER:- https://twitter.com/vivekssachan
MY FACEBOOK :-https://www.facebook.com/vivekssachan
MY TWITTER:- https://twitter.com/vivekssachan
MY FACEBOOK :-https://www.facebook.com/vivekssachan
No comments:
Post a Comment